Sunday, October 12, 2014

Its about Almighty and Me

कमी मुझ में ही थी, के ज़िन्दगी जी न सका,
                          इन्द्रधनुष के रंग पी न सका..
सुना है लोग इक पल में बरसो जी लेते है,
                         मैं बरसो में इक पल भी जी न सका...

अपेक्षा बहुत थी मुझे उस से*, लेकिन खुद पे ऐतबार रख न सका...

शायद 'अधूरी' थी तैयारी फिर भी मौके मिले 'पूरे',
                      लेकिन उस अक्स का शुक्र कर न सका...
लोग कहते है ये श्रिष्टि है बहुत ही बड़ी,
                    लेकिन मैं जीने का एक भी बहाना ढूंढ न सका...

~ रजत

* उस से  - ईश्वर

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